Love Shayari | Love Shayari In Hindi | लव शायरी हिंदी में लिखी हुई
Love Shayari | Love Shayari In Hindi | लव शायरी हिंदी में लिखी हुई
मैं बन जाऊं रेत सनम,
तुम लहर बन जाना
भरना मुझे अपनी बाहों में
अपने संग ले जाना..!!
मोहब्बत की कहूँ देवी या तुमको बंदगी कह दूँ,
बुरा मानो न गर हमदम तो तुमको ज़िन्दगी कह दूँ।
अच्छा लगता हैं तेरा नाम मेरे नाम के साथ,
जैसे कोई खूबसूरत जगह हो हसीन शाम के साथ।
जी चाहे कि दुनिया की हर एक फ़िक्र भुला कर,
दिल की बातें सुनाऊं तुझे मैं पास बिठाकर।
ये लकीरें ये नसीब ये किस्मत,
सब फ़रेब के आईने हैं,
हाथों में तेरा हाथ होने से ही,
मुकम्मल ज़िन्दगी के मायने हैं।
जरा छू लूँ तुमको कि मुझको यकीं आ जाये,
लोग कहते हैं मुझे साये से मोहब्बत है।
कुछ हदें हैं मेरी कुछ हदें हैं तेरी..!!
लेकिन दायरों में भी इश्क़ होता है…!!
छुपा लूं तुझको अपनी बाँहों में इस तरह,
कि हवा भी गुजरने की इजाज़त मांगे,
मदहोश हो जाऊं तेरे प्यार में इस तरह,
कि होश भी आने की इजाज़त मांगे।
चाहत बन गए हो तुम,
कि आदत बन गए हो तुम,
हर सांस में यूं आते जाते हो
जैसे मेरी इबादत बन गए हो तुम।
हुस्न-ए-बेनजीर के तलबगार हुए बैठे हैं,
उनकी एक झलक को बेकरार हुए बैठे हैं,
उनके नाजुक हाथों से सजा पाने को,
कितनी सदियों से गुनाहगार हुए बैठे हैं।
वो लम्हा बना दो मुझे…
जो गुजर कर भी… तुम्हारे साथ रहे…!!
मेरे सीने में एक दिल है
उस दिल की धड़कन हो तुम…
पाना और खोना तो किस्मत की बात है,
मगर चाहते रहना तो अपने हाथ में है।
हमेशा के लिए रख लो ना, पास मुझे अपने
कोई पूछे तो बता देना, किरायेदार है दिल का!!
कुछ यूँ उतर गए हो मेरी रग-रग में तुम,
कि खुद से पहले एहसास तुम्हारा होता है।
मैं वक़्त बन जाऊं तू बन जाना कोई लम्हा,
मैं तुझमें गुजर जाऊं तू मुझमें गुजर जाना।
तुम्हारा इश्क़ मेरे लिए हवा जैसा है
जरा सा कम हो तो सांसे रुकने लगती हैं।
तेरे अहसास की खुशबू रग रग में समाई है,
अब तू ही बता क्या इसकी भी कोई दवाई है।
हाथ थामे रखना दुनिया में भीड़ भारी है,
खो ना जाऊं कहीं मै, ये जिम्मेदारी तुम्हारी है।
रिश्तों को बस इस तरह से बचा लिया करो,
कभी मान जाया करो तो कभी मना लिया करो..
मुसाफीर इश्क़ का हूं मैं
मेरी मंज़िल मुहब्बत है,
तेरे दिल में ठहर जाऊं
अगर तेरी इजाज़त है।
मिल जाओ ऐसे जैसे अंधेरे से
उजाले,, में सवेरा हो जाऊं,,
बस जाओ मुझ में रूह बन
कर,, में सुनहरा हो जाऊं।।
मेरी आंखों में यही हद से
ज्यादा बेशुमार है,
तेरा ही इश्क़ तेरा ही दर्द
तेरा ही इंतजार है।
मेरी इबादत का कोई वक्त,
मुकर्रर नही होता…
तुम ख्यालों में आते हो..
हम सजदे में बैठ जाते हैं..!!!
अल्फाज़ की शक्ल में एहसास लिखा जाता है,
यहाँ पर पानी को प्यास लिखा जाता है,
मेरे जज़्बात वाकिफ से है मेरी कलम भी,
प्यार लिखूं तो तेरा नाम लिखा जाता है।
रही इंतजार में आंखे और
हम खड़े रहे बरसों वहीं…
न इंतजार खत्म हुआ
न चाहत कम हुई…
नही जो दिल में जगह तो नज़र में रहने दो,
मेरी हयात को तुम अपने असर में रहने दो,
मै अपनी सोच को तेरी गली में छोड़ आया हूं,
मेरे वजूद को ख़्वाबों के घर में रहने दो।
कैसे कहूं कि इस दिल के लिए,
कितने खास हो तुम..!
फासले तो कदमों के हैं पर,
हर वक्त दिल के पास हो तुम..!!
तेरे ख्याल से खुद को छुपा के देखा है,
दिल-ओ-नज़र को रुला-रुला के देखा है,
तू नही तो कुछ भी नही है तेरी कसम,
मैंने कुछ पल तुझे भुला के देखा है।
एक नाम, एक जिक्र, एक तुम और
एक तुम्हारी फिक्र बस यही है
छोटी सी जिन्दगी मेरी।
बसा ले नज़र में सूरत तुम्हारी,
दिन रात इसी पर हम मरते रहें,
खुदा करे जब तक चले ये साँसे हमारी,
हम बस तुमसे ही प्यार करते रहें ॥
चाहत के ये कैसे अफ़साने हुए,
खुद नजरों में अपनी बेगाने हुए,
अब दुनिया की नहीं कोई परवाह हमें,
इश्क में तेरे इस कदर दीवाने हुए।
दिल मे छिपी यादों से सवारूँ तुझे,
तू देखे तो अपनी आँखों मे उतारू तुझे,
तेरे नाम को लबों पे ऐसे सजाया है,
सो भी जाऊ तो ख्वाबों में पुकारू तूझे..
तुम्हें क्या पता तेरे इंतजार में,
हमने कैसे वक्त गुजारा है,
एक बार नही हजारों बार,
तेरी तस्वीर को निहारा है.!
बहुत छोटी हैं मेरे ख्वाहिशों
की List
पहली भी तुम और
आख़री भी तुम…!!
न जिद है न कोई गुरुर है हमे,
बस तुम्हे पाने का सुरुर है हमे,
इश्क गुनाह है तो गलती की हमने,
सजा जो भी हो मंजूर है हमे..!!
तुम “हंसों” तो “खुशी” मुझे होती है,
तुम “रूठो” तो आँखें मेरी रोती हैं,
तुम दूर जाओ तो “बेचैनी” मुझे होती है,
महसूस करके देखो “मोहब्बत” ऐसी होती है.!!
हर साँस में उनकी याद होती है,
मेरी आंखों को उनकी तलाश होती है,
कितनी खूबसूरत है चीज ये मोहब्बत,
कि दिल धड़कने में भी उनकी आवाज होती है।
छोड़ते भी नहीं हाथ मेरा और थामते भी नहीं
ये कैसी मोहब्बत है उनकी गैर भी नहीं कहते हमें और
अपना मानते भी नहीं..!!
वक्त कितना भी बदल जाए….
मेरी मोहब्बत कभी नही बदलेगी..!!
मत पूछ की कितनी मोहब्ब्त है…
तुमसे ये बेखबर,,
बारिश की बूंदे भी तुझे छू लें,,
तो हम बादलों से जलने लगते हैं।
एक बार ही बहकती है ये
नज़रे किसी को देखकर..
ये इश्क है साहब, सौ बार नही होता
जी भर के देखूं तुझे अगर तुझको गवारा हो
बेताब मेरी नजरे हो और प्यार तुम्हारा हो
जान की फिकर हो ना जमाने कि परवा
इक तेरा प्यार सिर्फ और सिर्फ हमारा हो…
आ जाओ किसी रोज तुम्हारी रूह में उतर जाऊं,
साथ रहूं मै तुम्हारे ना किसी और को नजर आऊं
चाहकर भी मुझे छू ना सके कोई इस तरह
तुम कहो तो यूं तुम्हारी बाहों में बिखर जाऊं..
प्यास को एक कतरा पानी काफी है
इश्क में चार पल की जिंदगी काफी है
डूबने को समंदर में जाएं कहां
उनकी पलकों से टपका वो पानी काफी है।।
लबों को रखना चाहते हैं ख़ामोश,
पर दिल कहने को बेकरार है,
मोहब्बत है तुमसे हा मोहब्बत बेशुमार है।
नशा था तेरे प्यार का जिसमे
हम खो गए, हमें भी नही
पता चला कब हम तेरे हो गए।
कितनी मोहब्ब्त है तुमसे
ये कहना नही आता
बस इतना जानते है कि तुम्हारे
बिना अब जिया नही जाता।
आंखों को चमक पलकों की शान हो तुम,
चेहरे की हंसी लबों की मुस्कान हो तुम,
धड़कता है दिल बस तुम्हारी आरजू में,
फिर कैसे ना कहूं मेरी जान हो तुम।
प्यार का पता नही
ज़िंदगी हो तुम..
जान का पता नही
दिल की धड़कन हो तुम।
लोग पूछते हैं क्यों तुम अपनी
मोहब्बत का इजहार नही करते,
हमने कहा, जो लफ्जों में बयां हो जाए,
सिर्फ उतना ही हम किसी से प्यार नही करते..
जिंदगी की राह में मिले होंगे
हजारों मुसाफिर तुमको,
ज़िंदगीभर ना भुला पाओगे
वो मुलाकात हूं मै !!
मेरे जीने के लिए तेरा अरमान ही काफी है,
दिल की कलम से लिखी ये दास्तां ही काफी है,
तीर-ए-तलवार की तुझे क्या जरूरत,
कत्ल करने के लिए तेरी मुस्कान ही काफी है।
सुकून मिलता है जब उनसे
बात होती है,
हजारों रातों में वो एक रात
होती है।
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